3. शिक्षकों के लिए भी समुदाय और जुड़ाव प्राथमिकता होनी चाहिए।

“शिक्षकों को अब पहले से कहीं अधिक एक-दूसरे से जुड़ने की आवश्यकता है,” किचन कहती हैं। इस समय अपने सहकर्मियों से जुड़े रहने के लिए आपके विद्यालय नेतृत्व (school leadership) को नियमित अवसरों का निर्माण करना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं कर रहें हैं, तो उन अवसरों को अपने लिए बनाएँ।
- कर्मचारीगण को जोड़े रखने के लिए उनकी बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए—चाहे वह वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग मंच (video conferencing platform) के माध्यम से ही क्यों न हो।
- इन बैठकों के दौरान शिक्षक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्वास्थ्य (emotional health) पर कुछ समय और ध्यान दिया जाना चाहिए।
- छोटे समूह जैसे शिक्षण दल (teaching team) या सामग्री-क्षेत्र पीएलसी (content-area PLC) और भी अधिक सहायक हो सकते हैं।
- यदि आपको आवश्यकतानुसार सहायता नहीं मिल रही है, तो इसे ट्विटर जैसे मंच के माध्यम से प्राप्त करें।
- यह लेख शिक्षक कल्याण पर अधिक गहराई से नज़र डालता है: अभी तुरंत शिक्षकों की भावनात्मक आवश्यकताओं की सहायता कैसे करें। निर्देशात्मक डिज़ाइन (How to Support Teachers’ Emotional Needs Right Now. INSTRUCTIONAL DESIGN)
4. शिक्षक सहयोग और भी महत्वपूर्ण है।
जब हम एक साथ काम करते हैं तो ऑनलाइन सीखने (online learning) की चुनौतियों का सामना करना सरल हो जाता है। “चूँकि हम सभी इन छात्रों को बेहतर तरीके से जानने की कोशिश कर रहे हैं,” किचन कहती हैं, “हमें ऐसा करने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है।” इसका मतलब है कि हमारे पाठ और सामग्री सभी छात्रों की जरूरतों को पूरा करते हैं या नहीं, यह सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों के साथ अधिक निकटता से काम करना, निर्देश की योजना बनाने हेतु हमारे विषयवस्तु क्षेत्र के अन्य लोगों के साथ मिलकर कार्य करना, पार पाठ्यक्रम योजनाओं (cross-curricular projects) पर एक साथ काम करना और छात्र एक ही पाठ को बार-बार न करें और हमारे काम की नकल न हो इसलिए समूह या वर्ग स्तर पर शिक्षकों के बीच उन चीजों को विभाजित करना, जिनकी सभी छात्रों को आवश्यकता होती है (जैसे तकनीकी निर्देश (technology instruction))।

सौभाग्य से, हम सभी एक ही भौतिक भवन में पढ़ाने की तुलना में ऑनलाइन सहयोग करना आसान हो सकता है। “इस आभासी वातावरण ने हमें उन दीवारों को, उन कोष्ठागारों को तोड़ने का अवसर प्रदान किया है,” किचन कहती हैं। “हमारे कार्यक्रम और समय की कमी जो हमारे पास पहले हो सकती थी, अब कम हो जाएगी। हमारे पास ऐसे लोगों के साथ साझेदारी करने का अधिक अवसर हो सकता है जिसका पहले हमारे पास समय या स्थान नहीं था।”
5. “आमने-सामने” समय (FACE-TO-FACE TIME) का उपयोग सक्रिय सीखने (active learning) के लिए किया जाना चाहिए।

ऑनलाइन निर्देश (online instruction) काफी हद तक अतुल्यकालिक निर्देश (asynchronous instruction) से बना है, जिसे छात्र किसी भी समय ले (access) सकते हैं। यह बढ़िया है, क्योंकि कुछ छात्रों के पास यदि तकनीक, अच्छा इंटरनेट या लचीली घरेलू सारणी तक समान पहुँच ना हो तब समकालिक निर्देश (synchronous instruction) के लिए उपस्थिति की आवश्यकता उन्हें तत्काल हानि पहुँचाती है।
परंतु आप कभी ना कभी “आमने-सामने” या समकालिक अवसर प्रदान करने की संभावना रहेगी। आप यह छात्रों को छोटे समूहों में मिलाकर आसानी से कर पाएँगे। 30 छात्रों को एक साथ एक बैठक में भाग लेने की व्यवस्था करना लगभग असंभव होगा। परंतु चार छात्रों को मिलने के लिए नियुक्त करना कहीं अधिक प्रबंधनीय होगा। किचन को “शिविर-समारोह समूह” (campfire group) पसंद है, जो लंबे समय तक एक साथ रहने वाले लगभग चार के स्थायी समूह हैं। इस व्यवस्था से छात्र एक दूसरे को अच्छे तरीके से जानने लगते हैं और अधिक विश्वास स्थापित होता है। छात्रों को कुछ विविधता प्रदान करने के लिए अन्य गतिविधियों के लिए पुनर्व्यवस्थित किया जा सकता है, लेकिन कैम्प फायर समूह विद्यालय के पूरे सत्र में स्थिर आधार प्रदान करेंगे।
तो इन विभिन्न प्रारूपों के लिए किस प्रकार की निर्देशात्मक गतिविधियों (instructional activities) का उपयोग किया जाना चाहिए?
किचन का कहना है कि जो सबसे अच्छा काम करती है वे है—अतुल्यकालिक रूप में संक्षिप्त वीडियो व्याख्यान और पढ़ना जैसी सीधे निर्देश (direct instruction) वाली चीजें, समझने के लिए अंतःस्थापित प्रश्न या निकास पर्ची जैसे पड़तालों का उपयोग करना।
बाद में आप अधिक परस्पर संवादात्मक (interactive), व्यस्ततापूर्ण कार्य के लिए समकालिक बैठकों का उपयोग कर सकते हैं। “यदि हम चाहते हैं कि छात्र आए, यदि हम चाहते हैं कि उन्हें पता चले कि यह उनके समय का सदुपयोग है,” किचन बताती हैं, “तो यह वास्तव में उनके लिए कुछ तो क्रियात्मक और व्यस्तततापूर्ण होना चाहिए। किसी भी समय वे सामग्री के साथ काम कर सकते हैं, इसे वर्गीकृत कर सकते हैं, इसे व्यवस्थित कर सकते हैं, इस पर आगे के विचार साझा कर सकते हैं, चर्चा कर सकते हैं, ये सभी छोटे समूहों में करने के लिए बढ़िया चीजें हैं।”
छोटे समूह के उपाय जिनका वे पक्का सुझाव देती है:
- चित्र खंड पद्धति (Jigsaw method), जहाँ छात्र विषय वस्तु के एक विशेष हिस्से पर विशेषज्ञ समूह बनाते हैं, फिर उस विषय वस्तु को अन्य छात्रों को पढ़ाते हैं।
- आभासी समायोजन (virtual settings) के लिए अनुकूलित चर्चा उपाय।
- सहयोग सीखने (cooperative learning) के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं का उपयोग करना।
- दर्शनीय सोच दिनचर्या (Visible Thinking routines)।
- शिक्षा के लिए अनुकूलित गेमस्टॉर्मिंग (Gamestorming) और अन्य व्यवसाय संबंधी शिष्टाचार, जहाँ छात्र ग्राहकों/हितधारकों की भूमिका निभाते हैं।