6. विषय वस्तु को सरल और उसकी गति धीमी करने की आवश्यकता है।
ऑनलाइन निर्देश बड़ी मात्रा में विषय वस्तु को समाविष्ट करने के लिए अनुकूल नहीं है, इसलिए आपको बुद्धिमानी से चुनना होगा, सबसे महत्वपूर्ण चीजों को धीमी गति से पढ़ाना होगा। उन विकल्पों को चुनने के लिए, किचन कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न पूछने की सलाह देती हैं:

- इसमें छात्रों के लिए वास्तव में क्या लाभ है? किस में टिकाव है? कौन-सा ज्ञान आवश्यक है?
- अगले श्रेणी स्तर या अगली कक्षा में जाने से पहले छात्रों के पास कौन-सा ज्ञान और कौशल होना चाहिए?
- कई विषय वस्तु क्षेत्रों में काम आने वाले किन व्यवहारों पर बल दिया जा सकता है? विश्लेषण करने, तर्कों का निर्माण करने, मुलपाठों (texts) के माध्यम से मजबूत ज्ञान आधार बनाने और बोलने जैसे कौशल कई अलग-अलग विषयों के माध्यम से सिखाए जा सकते हैं।
- कौन से साधन कई उद्देश्यों की पूर्ति कर सकते हैं? छात्रों को पैडलेट (Padlet) जैसी किसी चीज़ का उपयोग करना सिखाने से उन्हें ऑडियो, ड्राइंग, लेखन और वीडियो का उपयोग करने के अवसर मिलते हैं। गैर-डिजिटल साधन (Non-digital tool) भी काम आ सकते हैं: अन्य नियत कार्य (assignment) पूरा करने के लिए, छात्र घर के आसपास मिलने वाली चीजों का उपयोग कर सकते हैं, जैसे टॉयलेट पेपर रोल और फिर एक फोटो के साथ अपना काम जमा कर सकते हैं।
7. निर्देश खोजने, स्पष्ट करने और बहुविध होने में आसान होने चाहिए।

- चूंकि आप छात्रों के साथ एक ही कमरे में नहीं हैं, इसलिए आपके निर्देशों को ईंट-पत्थर के भवन की तुलना में बहुत कठिन काम करना पड़ता है।
- एक सुसंगत स्थान और समय पर निर्देश दें। यह सलाह पहले से ही माता-पिता के लिए दी गई थी, लेकिन यह यहाँ निर्देशात्मक रचना (instructional design) के चश्मे से दोहराना आवश्यक है: छात्रों को हर बार निर्देश कहाँ मिलने वाले है यह पता रहने के लिए पाठ तैयार करें।
- निर्देशों को स्पष्ट करें। उनकी स्पष्टता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें दो-तिन बार पढ़ें। समस्या क्षेत्रों को जड़ से खत्म करने के लिए अपने पाठों के बार-बार स्वयं परीक्षण (dogfooding) को एक नियमित अभ्यास बनाएँ।
- बहुविध निर्देश (multimodal instruction) प्रदान करें। यदि संभव हो, तो निहित कार्य हेतु लिखित और वीडियो दोनों निर्देश प्रदान करें, ताकि छात्र अपने लिए सबसे अच्छा काम करने वाला प्रारूप चुन सकें। आप समकालिक साप्ताहिक या दैनिक बैठक भी ले सकते हैं। इन्हें ऑनलाइन करने के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यद्यपि आप प्रतिदिन एक ही कक्षा के कई टुकड़ियों (sections) को पढ़ाते हैं, परंतु छात्र अब कक्षा के समय तक ही सीमित न रहते हुए जो भी बैठक उनके लिए सबसे अच्छा काम करती है, उसमें भाग ले सकते हैं।
8. प्रतिपुष्टि के लिए श्रेणी (grade) देने की पारंपरिक प्रथाओं को अब पीछे छोड़ना चाहिए।
“हमने आपातकालीन दूरस्थ शिक्षण (emergency remote teaching) के दौरान परिवर्तन देखा, जहाँ श्रेणी देने या ना देने, उत्तीर्ण और अनुत्तीर्ण के बारे में हम में से प्रत्येक की अलग-अलग आवश्यकताएँ थीं,” किचन कहती हैं। “इस पूरे वातावरण को वास्तव में संवाद और संपर्क द्वारा सहायता देने की आवश्यकता है। यदि छात्र को A श्रेणी मिलती है या 95 या 65 प्रतिशत मिलता है, तो वह क्या सही कर रहा है या उसने क्या सुधार करना है यह मौखिक प्रतिपुष्टि (verbal feedback) या मुद्रित प्रतिपुष्टि (print feedback) जितने अच्छे से उसे बता सकता है, उतना केवल श्रेणी या प्रतिशत नहीं बताता।
इसलिए दूरस्थ शिक्षण देते समय, छात्रों को केवल अंत में श्रेणी न देते हुए वे निहित कार्य और सौपे गए काम करते समय, उन्हें रचनात्मक प्रतिपुष्टि (formative feedback) देने पर जोर दें।

- अधिकांश शिक्षण प्रबंधन मंच, जैसे Google क्लासरूम, में प्रतिपुष्टि देने के लिए अंतर्निहित सुविधाएँ (built-in features) हैं। इन्हें अपनी प्राथमिक पद्धति के रूप में प्रयोग करें।
- फ़्लूप (Floop) जैसे उपकरण मौके पर ही प्रतिपुष्टि (on-the-spot feedback) देने के अन्य तरीके प्रदान करते हैं और विशेष रूप से गणित के लिए अच्छे हो सकते हैं।
- प्रतिपुष्टि बारंबार और विशिष्ट होनी चाहिए। फ्लैश फीडबैक (Flash Feedback) में मैथ्यू जॉनसन द्वारा साझा की गई कुछ पद्धतियों पर विचार करें।
- निहित कार्य पर छात्रों और अभिभावकों को भी आपको प्रतिपुष्टि देने के लिए मार्ग प्रदान करें।
9. योगात्मक आकलन (Summative assessment) सृजन पर केंद्रित होना चाहिए।

ऑनलाइन सीखने में, किचन कहती है, “ऐसे कई तरीके हैं जिनसे छात्र नकल कर सकते हैं। इसलिए यदि हम उन्हें केवल पारंपरिक प्रश्नोत्तरी या परीक्षा दे रहे हैं, तो उनके लिए वह जानकारी देखना सरल है।”
इस समस्या का एक बड़ा समाधान यह है कि छात्रों से चीज़ें बनाई जाएँ। ये वीडियो, पॉडकास्ट, डिजिटल या भौतिक कला, लिखने के रचनांश, कॉमिक्स आदि हो सकते हैं। “जब आपको कुछ बनाना या करना होता है तो नकल करना बहुत मुश्किल होता है। और यह सभी क्षेत्रों को भी एकीकृत करता है और वह जमा होता है। वह जो सृजन करेंगे उसमें वह सारी सीख जमा होगी।”
- आकलन के लिए, विस्तृत निर्देश का उपयोग करें जो अंतिम उत्पाद प्रदर्शित करने वाले सीखने के लक्ष्यों (learning goals) को स्पष्ट करता है। इसके लिए एकल-बिंदु निर्देश अच्छा काम करता है।
- छात्रों को काम करने के लिए साधन खोजने में मदद करने हेतु, साधनों की यह सूची हर एक द्वारा बनाए गए उत्पाद के प्रकार के अनुसार व्यवस्थित करती है। टेक के लिए शिक्षक मार्गदर्शिका (Teacher’s Guide to Tech) सुझावों का एक और बड़ा स्रोत है।
- निहित कार्य विकसित करते समय, अंतिम उत्पाद पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, यह स्पष्ट करके शुरू करें कि आप क्या चाहते हैं कि छात्रों ने उस उत्पाद के साथ क्या करना हैं। बिल फर्रटर की यह सूची अंतर की पड़ताल करती है:
कौन-सी चीज बदलती नहीं
ऑनलाइन शिक्षण में सब कुछ अलग नहीं है। अच्छे शिक्षण के कुछ पहलू निश्चित रूप से वही रहने चाहिए।
- स्पष्ट और सुसंगत संवाद
- स्पष्ट और सुसंगत क्रियापद्धतियाँ और दिनचर्या बनाना
- अनुसंधान आधारित निर्देशात्मक उपायों (instructional strategies) का उपयोग करना
- यह निर्धारित करना कि किसी निहित कार्य के लिए डिजिटल साधन का उपयोग करना है या गैर-डिजिटल साधन का
- विशुद्ध सीखने (authentic learning) पर ध्यान दें, जहाँ विशुद्ध उत्पाद बनाए जाते हैं और छात्रों के पास निहित कार्य हेतु मत और पसंद होती है
हो सकता है कि शिक्षण का माहौल वैसा न हो जैसा हम पहले था, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि अच्छा शिक्षण तब भी अच्छा शिक्षण होता है। “वह अच्छे व्यवहार जिन्हें हम जानते हैं अभी भी आभासी स्तर पर किए जा सकते हैं,” किचन कहती हैं। “यह बस थोड़ा अलग दिख सकता है।”
स्रोत : https://www.cultofpedagogy.com/9-ways-online-teaching/ चित्र स्रोत: Freepik, Smashicons and Eucalyp from flaticon.com